मर्यादा पुरुषोत्तम

मर्यादा पुरुषोत्तम

श्री कृष्ण अर्थात अपने आप में
सम्पूर्ण और श्री राम अर्थात
मर्यादा पुरुषोत्तम।
श्री कृष्ण सभी युवाओं के लिए
प्रेरणादायक छवि ,
उद्योगपतियों के लिए मैनेजमेंट गुरु
एवं प्रेम की मूरत और धर्मपरायण है |

रामायण

रामायण

जीवन में क्या करना है ,
यह रामायण सिखाती है ,
जीवन में क्या नहीं करना है
यह महाभारत सिखाती है , और
जीवन कैसे जीना है , यह
भगवद गीता सिखाती है |

प्रार्थना

प्रार्थना

जब मन और वाणी एक होकर कोई,
चीज मांगते हैं, तब उस प्रार्थना
का फल अवश्य मिलता है।

Swami Paramhans

निराकार

निराकार

भगवान निराकार है और साकार भी,
फिर भी इन दोनों अवस्थाओं से परे जो है,
वह भी है केवल वे ही खुद जानते हैं,
कि वह क्या है | 

Swami Paramhans

भगवान

भगवान

मैं सभी चीजों में भगवान राम को देखता हूं।
आप सभी यहां बैठे हैं,
लेकिन मैं आप सभी में केवल
राम को देखता हूं।
Swami Paramhans

शक्तियों का सदुपयोग

शक्तियों का सदुपयोग

जब तक ईश्वर की दी हुई ,
शक्तियों का सदुपयोग ,
नहीं करोगे तो ,
वह अधिक नहीं देगा।
ईश्वर कृपा पाने के लिए भी ,
पुरुषार्थ आवश्यक है।
Swami Paramhans

परमेश्वर

परमेश्वर

जब तक कोई व्यक्ति सत्य ,
नहीं बोलता वो परमेश्वर को ,
नहीं पा सकता जो की ,
सत्य की आत्मा हैं।
Swami Paramhans

शरीर

शरीर

शरीर, वास्तव में, केवल एक ,
क्षणिक अस्तित्व है। 
अब शरीर मौजूद है ,
और अब यह नहीं है।
एकमात्र भगवान ही असली हैं।
Swami Paramhans

विश्वास का मिश्रण

विश्वास का मिश्रण

दुनिया वास्तव में सच्चाई और ,
विश्वास का मिश्रण है।  
विश्वास को त्यागें और ,
सत्य को ग्रहण करें।
Swami Paramhans

भक्ति

भक्ति

कर्म करो ,परन्तु कर्म में भक्ति का होना ,
अनिवार्य है।
बिना भक्ति किया कर्म सार्थक नहीं हो सकता।
Swami Paramhans

प्रार्थना

प्रार्थना

हमेशा भगवान से प्रार्थना करते रहें कि ,
धन, नाम, और आराम जैसी ,
क्षणिक चीजों के प्रति आपका लगाव ,
हर दिन कम से कम होता जाये।
Swami Paramhans

सभी धर्म समान है।

सभी धर्म समान है।

सभी धर्म समान है। महत्वपूर्ण बात यह है कि,
छत पर पहुंचने के लिए आप ,
पत्थर की सीढ़ियों से,
लकड़ी की सीढ़ियों से, बांस की सीढ़ियों से ,
या रस्सी से पहुंच सकते हैं।
आप बांस के खंभे से भी चढ़ सकते हैं।
Swami Paramhans

आशीर्वाद

आशीर्वाद

जिस तरह गंदे शीशे पर सूर्य का प्रकाश ,
नहीं पड़ता ,
उसी तरह गंदे मन-विचार वाले ,
व्यक्ति पर ईश्वर के आशीर्वाद का ,
प्रकाश नहीं पड़ता।
Swami Paramhans

सांसारिक व्यक्ति

सांसारिक व्यक्ति

एक सांसारिक व्यक्ति जो ,
पूरी ईमानदारी से ,
ईश्वर के प्रति समर्पित नहीं है ,
उसे अपने जीवन में ईश्वर से ,
भी कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिये।
Swami Paramhans

गहराई

गहराई

आप बिना गोता लगाये मणि प्राप्त नहीं कर सकते।
भक्ति में डुबकी लगाकर और गहराई में ,
जाकर ही ईश्वर को प्राप्त  किया जा सकता है।
Swami Paramhans

अच्छे लोग

अच्छे लोग

साधारण दिखने वाले लोग ही,
दुनिया के सबसे अच्छे लोग होते हैं,
यही वजह है कि भगवान ऐसे,
बहुत से लोगों का निर्माण करते हैं |

Raja Ram Mohan Roy

कुल्हाड़ी

कुल्हाड़ी

किसी वृक्ष को काटने के लिए,
आप मुझे छ: घंटे दीजिये,
और मैं पहले चार घंटे कुल्हाड़ी,
की धार तेज करने में लगाऊंगा |

Raja Ram Mohan Roy

ज्ञान के प्रकाश

ज्ञान के प्रकाश

समाचार- पत्रों को पिछड़ी,
जातियों तक पहुंचाया जाए,
जिससे कि वे ज्ञान के प्रकाश,
से सराबोर हो सके |

Raja Ram Mohan Roy

कथन

कथन

आपके विचार आपके जीवन,
का निर्माण करते हैं,
यहाँ संग्रह किये गए,
महान विचारकों के हज़ारों,
कथन आपके जीवन में,
एक सकारात्मक बदलाव,
ला सकते हैं |

Raja Ram Mohan Roy

पवित्र विचारों का प्रवाह

पवित्र विचारों का प्रवाह

पवित्र विचारों का प्रवाह ही ,
मधुर व प्रभावशाली वाणी का ,
मूल स्त्रोत है I
Baba Ramdev

पवित्र विचारों का प्रवाह

पवित्र विचारों का प्रवाह

पवित्र विचारों का प्रवाह ही ,
मधुर व प्रभावशाली वाणी का ,
मूल स्त्रोत है I
Baba Ramdev

कभी भी

कभी भी

यदि बचपन व माँ की कोख की याद,
हमें रहे तो , 
हम कभी भी माँ-बाप के ,
खिलाफ नहीं हो सकते I
Baba Ramdev

माता-पिता के चरणों में

माता-पिता के चरणों में

माता-पिता के चरणों में ही चारों धाम हैं , 
माता-पिता इस धरती के भगवान हैं I
Baba Ramdev

विचारवान व संस्कारवान मनुष्य

विचारवान व संस्कारवान मनुष्य

विचारवान व संस्कारवान मनुष्य ही ,
अमीर व महान होता है ,
तथा विचारहीन मनुष्य कंगाल ,
और दरिद्र होता है I
Baba Ramdev

विचारों की अपवित्रता

विचारों की अपवित्रता

  विचारों की अपवित्रता ही हिंसा, 
अपराध, क्रूरता, शोषण, अन्याय, 
 अधर्म और भ्रष्टाचार का कारण है I
Baba Ramdev

सुख-दुःख का कारण

सुख-दुःख का कारण

हमारे सुख-दुःख का कारण ,
दूसरे व्यक्ति या परिस्थितियाँ नहीं ,
अपितु हमारे अच्छे या बूरे विचार होते हैं I
Baba Ramdev